लू का अलर्ट: दिल्ली और यूपी में तापमान बढ़ा
भारत मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में लू का अलर्ट जारी किया है। आने वाले सात दिनों में इन इलाकों में तापमान में भारी वृद्धि की संभावना जताई गई है। दिल्ली में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है। गुजरात में भी अगले कुछ दिनों के दौरान गर्मी और उमस रहने की संभावना है।
इसके अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी लू के हालत बने रहने की आशंका है। पश्चिमी भारत में तापमान बढ़कर 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। ओडिशा, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में लू की स्थिति बाकी इलाकों से लंबी चलेगी, जो 10 से 11 दिनों तक रह सकती है।

दक्षिण भारत में बारिश और तूफान
दक्षिण भारत के राज्यों जैसे तेलंगाना, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में बारिश की संभावना के चलते अलर्ट जारी किया गया है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी हवाओं के कारण इन क्षेत्रों में गर्जन, बिजली, ओले और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
तेलंगाना, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां पर बहु-खतरनाक मौसम घटनाओं का खतरा है। तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में 5-6 अप्रैल तक भारी बारिश हो सकती है। पूरे देश में रात का तापमान भी सामान्य से अधिक रहेगा।
yatharth chandrakar
अप्रैल 4, 2025 AT 23:53 अपराह्नभाई लोग, लू के अलर्ट को हल्के में नहीं लेना चाहिए। दिल्ली‑उपर तापमान 40 डिग्री से ऊपर जा सकता है, इसलिए दिन में बहुत पानी पीना ज़रूरी है। सुबह‑शाम के टाइम में जितना संभव हो शेडेड जगह पर रहना चाहिए। टिक‑टोक पर कई घर में एसी नहीं है, तो खिड़कियों को बंद करके ब्लैकआउट कर्टन लगाएं। हवा गरम हो तो पॉडियम में भी ठंडी हवा की सप्लाई रखनी चाहिए।
Vrushali Prabhu
अप्रैल 11, 2025 AT 22:33 अपराह्नअरे वाह, मौसम ने फिर से सबको धक्का दिया! 🙃 लू का अलर्ट देख कर तो दिल दहला गया, पर हरियाणे की छतों पे अभी भी बरसात का मजा है। टाइपिंग में थोडा गलती हो गया, पर क्या करें, बैकऑफ़ की आवाज़ बड़ी तेज़ थी।
बस, अब ठंडे पानी वाले कपड़े पहनके, खुद को ठंडा रखना।
parlan caem
अप्रैल 11, 2025 AT 23:56 अपराह्नलू के अलर्ट को सुनकर वास्तव में एक ही बात साफ़ हो जाती है कि हमारे नागरिकों ने जल संरक्षण और स्वास्थ्य सुरक्षा के महत्व को नजरअंदाज कर दिया है। पहले की तरह, सरकार की ओर से कोई ठोस उपाय नहीं दिखे, केवल चेतावनी ही जारी की गई। लोगों को रोज़ाना 3–4 लीटर पानी पीना चाहिए, पर कई क्षेत्रों में पानी की कमी के कारण यह सम्भव नहीं हो रहा। धूप में बाहर निकलते ही त्वचा के जलन की समस्या बढ़ती है, जिससे त्वचा रोग जल्दी बड़ते हैं। इसके अलावा, लू के कारण ऊर्जा खपत भी बढ़ जाती है, क्योंकि एसी का प्रयोग बढ़ जाता है। यद्यपि कई लोग एसी के बजाय पंखे का उपयोग करने की सलाह देते हैं, पर ग्रीष्मकाल में पंखा भी पर्याप्त शीतलता नहीं देता। लू से बचने के लिए हल्की, ढीली कपड़े पहनना आवश्यक है, पर अभाव में लोग मोटे कपड़े ही पहनते हैं। फिर भी, इस गर्मी में फल और सब्जियों की कीमतें भी बढ़ रही हैं, जिससे जनसंख्या के पोषण स्तर पर असर पड़ता है। सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिहाज से, लू का एक गंभीर प्रभाव है कि अक्सर बुखार और डिहाइड्रेशन के केस बढ़ते हैं। इस मौसम में शिशु और बुजुर्ग वर्ग सबसे अधिक जोखिम में होते हैं, पर उन्हें विशेष देखभाल नहीं मिलती। साथ ही, लू के कारण सड़क में धुंध और धुंधलापन भी बढ़ता है, जिससे वाहन दुर्घटनाएं भी बढ़ती हैं। सरकारी अस्पतालों में लू-से जुड़ी बीमारियों के कारण इमरजेंसी में भी भीड़ बढ़ती है। इस पूरी स्थिति में, हमें केवल चेतावनियों पर भरोसा नहीं करना चाहिए, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर सक्रिय कदम उठाने चाहिए। जैसे कि घर में जल शुद्धिकरण के लिए फ़िल्टर लगाना और दैनिक पोषण में हाइड्रेटेड फ्रूट्स शामिल करना। अंत में, समुदाय स्तर पर भी पानी के टैंक को साफ़ रखने और बचाए हुए पानी को पुनः उपयोग करने की पहल करनी चाहिए।
Mayur Karanjkar
अप्रैल 18, 2025 AT 21:13 अपराह्नवायुमंडलीय अनिश्चितता के कारण दक्षिणी प्रान्तों में मर्ज़ी‑ट्रांसफर जटिल हो रहा है; इसलिए मौसमी डिफ़्रेंशियल प्रेडिक्शन को अद्यतन करना अनिवार्य है।
Sara Khan M
अप्रैल 18, 2025 AT 22:36 अपराह्नठंडा रखो, जल पीते रहो! 😎
shubham ingale
अप्रैल 25, 2025 AT 19:53 अपराह्नचलो सब साथ में इस लू से लड़ें 🚀 पानी पीते रहो एसी बंद रखो हवा को ठंडा करो 😅