घने कोहरे और बारिश ने दिल्ली की उड़ानों को परिशान किया
दिल्ली में भारी कोहरे और बारिश ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की दिनचर्या को अस्त व्यस्त कर दिया। 27 दिसंबर की सुबह से, 160 से अधिक उड़ानें देरी का शिकार हुई हैं। यह स्थिति विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी के मौसम के कारण उत्पन्न हुई जब घना कोहरा और हल्की बारिश शहर पर छा गई। हवाई अड्डे पर सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के लिए अल्प दृश्यता प्रक्रियाएँ लागू की गईं, ताकि यात्री और विमान परिचालन सुरक्षा के मापदंडों का पालन कर सकें।
यात्रियों को यात्रा सलाह और समर्थन
यात्रियों की सुविधा के लिए, एयरलाइंस ने स्पष्ट यात्रा सलाह जारी की है। उन्होंने यात्रियों को उजागर किया कि उड़ानों में देरी हो सकती है और संभावित रद्दीकरण भी संभव हैं। ऐसे में, वे अपने यात्रा वाहकों से अद्यतन जानकारी प्राप्त करने और अपने यात्रा योजनाओं को उसी के अनुरूप समायोजित करने की सलाह देते हैं।
कोहरा और दृश्यता का नया अध्याय
भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा प्रेषित जानकारी के अनुसार, कोहरा और हल्की बारिश राष्ट्रीय राजधानी के कई क्षेत्रों में दृश्यता को कम कर रही है। आने वाले दिनों में, कोहरे की स्थिति देर रात और सुबह के घंटों में बनी रह सकती है। हालांकि, संभव है कि शाम या रात के समय हल्की से बहुत हल्की बारिश हो सकती है, जिससे मौसम में कुछ राहत मिल सकती है।
हवा की दिशा और गति
दिल्ली में प्रचलित सतही हवा उत्तर-पूर्व दिशा से आने की उम्मीद है, और इसकी गति सुबह के वक्त 4 किमी प्रति घंटे से कम रहेगी। यह धीमी हवा भी कोहरे की समस्या को और बढ़ा देती है, क्योंकि इसकी वजह से धुंध के तत्व अधिक समय तक हवा में बने रहते हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक की गंभीर स्थिति
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है। यह हवा में उपस्थित प्रदूषकों का एक स्पष्ट संकेत है, जो दिल्लीवासियों के जीवन पर प्रभाव डालती है। इस स्थिति में, कोहरा भी प्रदूषण के साथ मिलकर स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक साबित हो सकता है।
यात्रियों की बढ़ती चिंताएं
हालांकि हवाई अड्डे का संचालन प्रभावित हुआ है, परंतु न तो कोई फ्लाइट डायवर्ट हुई है और न ही कोई फ्लाइट रद्द की गई है। यात्रियों को अपने एयरलाइन से संपर्क कर अद्यतन उड़ान जानकारी की सलाह दी जाती है, जिससे वे अपनी आगे की यात्रा योजनाएं ठीक तरह से बना सकें।