बजट फिल्में: कम बजट, जबरदस्त बॉक्स ऑफिस और भारतीय सिनेमा की नई लहर
जब आप बजट फिल्में, ऐसी फिल्में जिनका निर्माण बहुत कम लागत में होता है, लेकिन उनकी कहानी और अभिनय दर्शकों को छू जाता है. ये फिल्में बड़े स्टूडियोज़ के बिना, बिना बॉलीवुड के बड़े सितारों के, भी दर्शकों के दिलों में जगह बना लेती हैं. ये फिल्में कैमरे के बजाय कहानी से बात करती हैं, और उनकी सफलता बताती है कि आज का दर्शक बजट नहीं, असलियत ढूंढ रहा है।
इन फिल्मों के पीछे नए निर्माता, वे लोग जो फिल्म बनाने के लिए बैंक लोन नहीं, बल्कि अपनी जुनून और छोटे ग्रुप्स का सहयोग इस्तेमाल करते हैं होते हैं। ये लोग शहर के छोटे कमरों में, गाँव के आंगन में, या फिर अपने घर के बरामदे में फिल्म शूट करते हैं। उनकी फिल्में ऑल्टरनेटिव सिनेमा, पारंपरिक बॉलीवुड के नियमों से बाहर की कहानियाँ बताने वाली फिल्में, जो सामाजिक सच्चाई, अलग-अलग जीवन और छिपे हुए आवाज़ों को उजागर करती हैं का हिस्सा हैं। इनकी विशेषता ये है कि इनमें कोई बड़ा बजट नहीं, कोई बड़ा विज्ञापन नहीं, लेकिन एक असली कहानी होती है।
आज ये फिल्में न सिर्फ फिल्म फेस्टिवल्स में चलती हैं, बल्कि वेब प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन स्ट्रीमिंग साइट्स जहाँ दर्शक बिना थिएटर के घर बैठे इन फिल्मों को देख सकते हैं पर भी बड़े पैमाने पर दिखाई देती हैं। इनकी सफलता ने बॉलीवुड के बड़े निर्माताओं को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। अब कई बड़ी कंपनियाँ इन छोटी फिल्मों को अपने प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए पैसे खर्च कर रही हैं।
इस लिस्ट में आपको ऐसी ही फिल्मों से जुड़े ताज़ा और गहरे समाचार मिलेंगे — जहाँ एक छोटी फिल्म ने कैसे एक राष्ट्रीय बहस शुरू की, कैसे एक नए निर्माता ने अपने 5 लाख के बजट में एक राष्ट्रीय पुरस्कार जीता, और कौन सी वेब सीरीज़ ने बॉलीवुड के बड़े सितारों को पीछे छोड़ दिया। ये सब कहानियाँ बताती हैं कि अब फिल्म बनाने का रास्ता बदल गया है।
सस्ती फिल्मों ने बनाया बड़ा धमाका: सु फ्रॉम सो और महावतार नरसिम्हा ने बॉक्स ऑफिस पर दिखाया जादू
2025 की सबसे सस्ती ब्लॉकबस्टर फिल्में सु फ्रॉम सो और महावतार नरसिम्हा ने क्रमशः 25 गुना और 10 गुना रिटर्न देकर फिल्ममेकर्स को अमीर बनाया, जबकि वॉर 2 जैसी बड़ी फिल्म फ्लॉप हो गई।