भारतीय सिनेमा: बॉलीवुड से लेकर टॉलीवुड तक, फिल्मों की दुनिया का पूरा नज़ारा
भारतीय सिनेमा एक ऐसा भारतीय सिनेमा, भारत के विभिन्न भाषाओं में बनने वाली फिल्मों का विशाल समूह है जो लाखों लोगों को रोज़ाना जोड़ता है. इसे अक्सर बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है, लेकिन इसका असली दायरा कहीं ज़्यादा व्यापक है — तमिल, तेलुगु, मराठी, बंगाली, पंजाबी और अन्य भाषाओं की फिल्में भी इसमें शामिल हैं। ये फिल्में सिर्फ़ मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज के बदलते रुझानों, राजनीति, और लोगों के दर्द-खुशियों का आईना भी हैं।
भारतीय सिनेमा की ताकत इसमें छिपी है कि यह किसी एक राज्य या भाषा तक सीमित नहीं है। बॉलीवुड, मुंबई स्थित हिंदी फिल्म उद्योग है जो देश भर में सबसे ज़्यादा देखी जाती है. इसके बाद टॉलीवुड — जो हैदराबाद के तेलुगु फिल्मों को दर्शाता है — भी अपनी विशाल दर्शक संख्या के साथ बड़ा नाम बन चुका है। ये दोनों अक्सर एक-दूसरे के साथ तुलना किए जाते हैं, लेकिन असल में ये अलग-अलग दुनियाएँ हैं, जिनमें अलग अभिनेता, निर्देशक, और दर्शक हैं। यहाँ आपको वो फिल्में और वो लोग मिलेंगे जो इन दुनियाओं को चला रहे हैं। जैसे कि विराट कोहली का भांगड़ा वायरल हुआ तो ये सिर्फ़ क्रिकेट की खबर नहीं, बल्कि फिल्मों के लिए भी एक नया ट्रेंड बन गया — खिलाड़ियों को फिल्मों में देखना अब आम बात है। वहीं, नाना पाटेकर और तनुष्री दत्ता का मामला भी दिखाता है कि फिल्म उद्योग के अंदर क्या चल रहा है — जबरदस्ती, शोषण, और अदालती लड़ाई।
भारतीय सिनेमा में आज बड़े बदलाव आ रहे हैं। नए अभिनेता अपनी आवाज़ उठा रहे हैं, नए निर्देशक अलग तरह की कहानियाँ बता रहे हैं, और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स ने छोटे शहरों के लोगों को भी फिल्मों का हिस्सा बना दिया है। यहाँ आपको ऐसे ही ताज़ा मुद्दे, बड़े विवाद, और अनसुनी कहानियाँ मिलेंगी — जो फिल्मों के बाहर भी चल रही हैं।
सस्ती फिल्मों ने बनाया बड़ा धमाका: सु फ्रॉम सो और महावतार नरसिम्हा ने बॉक्स ऑफिस पर दिखाया जादू
2025 की सबसे सस्ती ब्लॉकबस्टर फिल्में सु फ्रॉम सो और महावतार नरसिम्हा ने क्रमशः 25 गुना और 10 गुना रिटर्न देकर फिल्ममेकर्स को अमीर बनाया, जबकि वॉर 2 जैसी बड़ी फिल्म फ्लॉप हो गई।