मुशफिकुर रहीम: बांग्लादेश के विकेटकीपर और कप्तान की कहानी

मुशफिकुर रहीम, बांग्लादेश क्रिकेट टीम के एक ऐतिहासिक विकेटकीपर और लंबे समय तक चले नेता, जिन्होंने टेस्ट और T20I दोनों फॉर्मेट में टीम को नेतृत्व दिया. इन्हें मुशफिक के नाम से भी जाना जाता है, और ये एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग के जरिए टीम की नींव बनाई।

मुशफिकुर रहीम के करियर की खास बात ये है कि वो बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विकेटकीपर हैं। उन्होंने टेस्ट में 4000+ रन और T20I में 2500+ रन बनाए, जिसमें कई बार टीम को बचाने के लिए अंतिम ओवरों में बल्लेबाजी की। उनकी लीडरशिप की बात करें तो वो बांग्लादेश की टीम के कप्तान रहे, जब टीम अभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही थी। उन्होंने 2015 के विश्व कप और 2020 के T20 विश्व कप में टीम को आगे बढ़ाया।

भारत के खिलाफ उनकी प्रदर्शनी खास तौर पर याद रखी जाती है। जब भारत की टीम बांग्लादेश में आती थी, तो मुशफिकुर रहीम की बल्लेबाजी अक्सर भारत के बॉलर्स के लिए बड़ी चुनौती बन जाती। उन्होंने अहमदाबाद, दिल्ली और कोलकाता में ऐसे शतक लगाए जिन्होंने भारतीय दर्शकों को हैरान कर दिया। उनकी टीम के साथ टॉस जीतने की आदत भी बन गई थी — वो हमेशा बल्लेबाजी का फैसला करते थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि अपने बल्लेबाजों को शुरुआती ओवरों में रन बनाने का मौका देना जरूरी है।

अब वो खिलाड़ी नहीं रहे, लेकिन उनका असर अभी भी बांग्लादेश के युवा खिलाड़ियों पर दिखता है। उनकी शैली — धैर्य, तेज़ रन बनाने की क्षमता, और शांत नेतृत्व — आज के टीम के लिए मॉडल है। जब आप बांग्लादेश की टीम के बारे में सोचते हैं, तो मुशफिकुर रहीम के बिना कोई चर्चा अधूरी है।

क्या आपने देखा है मुशफिकुर रहीम के वो मैच?

इस पेज पर आपको उनके करियर से जुड़े ताज़ा और पुराने समाचार मिलेंगे — चाहे वो उनकी बल्लेबाजी का कोई शतक हो, या फिर उनकी कप्तानी के दौरान हुए किसी ऐतिहासिक मैच का विश्लेषण। कुछ लेख उनके भारत के खिलाफ खेले गए मैचों पर केंद्रित हैं, जबकि कुछ उनके नेतृत्व के तरीके पर बात करते हैं। यहाँ आपको उनकी जीतों, हारों और उनके बाद के विरासत के बारे में सब कुछ मिलेगा।

मुशफिकुर रहीम बने बांग्लादेश के पहले 100 टेस्ट खिलाड़ी और मील का पत्थर मैच में शतक लगाया

मुशफिकुर रहीम बांग्लादेश के पहले 100 टेस्ट खिलाड़ी बने और शेरे-बंगला स्टेडियम में आयरलैंड के खिलाफ 106 रनों का शतक लगाकर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 11वें खिलाड़ी बने।