जब यशस्वी जयस्वाल, भारत के नवोदित टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज़, ने 10 अक्टूबर 2025 को सुबह 9:30 बजे दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला, तो पूरा स्टेडियम उसकी ही धड़कन सुन रहा था। जयस्वाल ने 173 रन 253 गेंदों पर बनाए, जिससे भारत ने पहले दिन के अंत में 318/2 का आरामदायक स्कोर जमा किया। यह क्रमशः शुबमन गिल की कप्तानी और बीसीसीआई के मजबूत रणनीतिक समर्थन का नतीजा था। वेस्ट इंडीज की टीम, क्रिकेट वेस्ट इंडीज के तहत, इस अडिग स्कोर के आगे कब प्रतिकार कर पाएगी, यह सवाल अभी बना हुआ है।
पिछली टेस्ट की पृष्ठभूमि
पहली टेस्ट, जो 7 अक्टूबर 2025 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेली गई थी, भारत ने वेस्ट इंडीज को 1‑innings और 140 रनों से मात दी थी। उस जीत से भारत को 1‑0 की असाध्य लीड मिल गई, जिससे दूसरी टेस्ट में दबाव पूरी तरह से भारतीय पेंच पर था। उस मैच में रॉस्टन चेज़ ने टॉस जीता और बॉलिंग पहल अपनाई, लेकिन ग्रास‑लेडी पिच ने भारतीय स्पिनरों को बड़ा फायदा दिया।
पहले दिवस की मुख्य झलकियाँ
डेल्ही की काली मिट्टी वाली पिच ने शुरुआती ओवरों में वेस्ट इंडीज के बैटरों को रूखा सामना कराया। पहले ओवर में केविन सील्स ने एक फुल‑टॉस दिया, जिसे शुबमन गिल ने सहजता से मिड‑ऑफ़ के पास चार रन बना लिया। 86वें ओवर में वही गेंद वेस्ट इंडीज के लिए भी एक छोटे‑छोटे चारों में बदल गया, जिससे भारत का स्कोर जल्दी 300 पर पहुँच गया।
परन्तु असली ड्रामा तब आया जब फिलिप ब्रोडिंग ने लगातार लंबाई की गेंदें चलाईं। पहला दो रन दिला, फिर दो‑चार की धूम मचाई, और अंत में एक धुंधला मोटा‑ड्रॉप था, जहाँ जॉयसवाल का एज़ फर्स्ट स्लिप में गिर गया—पर फील्डर ने उसे नहीं पकड़ा। यह छोटी‑सी गलती वेस्ट इंडीज के लिए एक बड़ी मौक़ा बना।
जैसेसवाल की शानदार पारी
जैसेसवाल की 173‑रन की पारी केवल आँकड़े नहीं, बल्कि मन की स्थिति भी दिखाती है। उन्होंने 67‑रन का साझेदारी शुबमन गिल के साथ बनाई, जहाँ गिल ने 20 रन 62 गेंदों पर जमा किए। जेएस ने 253 गेंदों पर 23‑छक्के मारे और 14‑फ़ोर लगाए, जो कि आधुनिक टेस्ट बैट्समैन के लिये एक आदर्श अटैक‑डिफेंस संतुलन है। उनका स्ट्राइक‑रेट 68.38 था—अधिकांश भारतीय पिचों पर इस तरह की डिग्री की पतारी बहुत कम मिलती है।
इस पारी की सबसे बड़ी बात यह थी कि उन्होंने काली मिट्टी के घुमाव को अपने पक्ष में मोड़ लिया। हर बार जब स्पिनर ने घुमाव भरी डिलीवरी दी, जयस्वाल ने धीरज से खेला, फिर भी वह स्ट्राइक‑रेट को बनाए रखे। उनकी इस स्थिरता ने भारतीय टीम को पहले दिन के अंत में जीत की दिशा में ले जाया।
वेस्ट इंडीज की प्रतिक्रिया और चुनौतियाँ
वेस्ट इंडीज के कप्तान रॉस्टन चेज़ ने दिन के अंत में कहा, "हमने अभी तक पिच की प्रकृति को पूरी तरह से नहीं समझा है, लेकिन हमें जल्दी ही अपनी रणनीति बदलनी होगी।" उनका कहना है कि आगे के ओवरों में वे स्पिनरों के खिलाफ अधिक तेज़ बैटिंग करने का इरादा रखते हैं।
इसके अलावा, तेज़ी से चलने वाले तेज़ गेंदबाज़ों में जॉमल वारिकन और केविन सील्स को भारत की पिच पर समर्थन मिल रहा है, पर उन्होंने अभी तक कोई विकेट नहीं लिया।
वेस्ट इंडीज की श्रृंखला में अभी तक कोई 50‑रन की पारी नहीं आई, जिससे उनका मनोबल थोड़ा गिरा हुआ है। पहले टेस्ट में उनकी टीम ने कुल 230 रन बनाए थे, जबकि इस मैदान पर उनका लक्ष्य 400‑500 के बीच है—और यह लक्ष्य नई पिच पर और भी मुश्किल लग रहा है।
आगामी दिन और संभावित परिणाम
क्रिकेट विश्लेषक रवीना सिंह ने कहा, "डेल्ही की काली मिट्टी पर स्पिनरों को बड़ा फायदा होगा, इसलिए भारत के लिए दो दिन में ही मैच समाप्त करना संभव है।" दूसरी ओर, इंग्लिश क्लब गुरु जॉन मिलर ने चेतावनी दी, "अगर वेस्ट इंडीज तेज़ स्कोर बनाता है और स्पिनरों को निडरता से जवाब देता है, तो टेस्ट का रुख बदल सकता है।"
बीसीसीआई ने आधिकारिक रूप से अगले दो दिनों के लिए सत्र को 9:30 बजे से 5:00 बजे तक निर्धारित किया है, जबकि वेस्ट इंडीज ने एक बेहतरीन फ़ील्ड सेट‑अप का वादा किया है। अगले दिन के सत्र में भारत का लक्ष्य 150‑200 अतिरिक्त रन बनाना और विकेट लेकर वेस्ट इंडीज के बैटिंग क्रम को बिगाड़ना रहेगा।
मुख्य आँकड़े
- यशस्वी जयस्वाल – 173 रन (253 बॉल), स्ट्राइक‑रेट 68.38
- शुबमन गिल – 20 रन (62 बॉल), साझेदारी 67 रन
- भारत का स्कोर – 318/2 (डेल्ही, पहला दिवस)
- पहली टेस्ट का परिणाम – भारत ने वेस्ट इंडीज को 1‑innings और 140 रनों से हराया
- पिच का प्रकार – काली मिट्टी, उच्च टर्निंग संभावना
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
यशस्वी जयस्वाल की पारी का भारतीय टीम पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
जयस्वाल की 173‑रन की पारी ने भारत को एक मजबूत मंच दिया है, जिससे टीम को आगे के दिन में तेज़ स्कोर बनाने या विजयी औसत स्थापित करने में आसानी होगी। उनकी स्थिरता नई पिच पर भरोसेमंद बंधन बनाती है, और यह दोनों ही बैट्समैन और स्पिनरों के लिए मनोवैज्ञानिक लाभ देता है।
वेस्ट इंडीज के पास कौन‑कौन से विकल्प हैं इस पिच को पराजित करने के लिए?
वेस्ट इंडिया को तेज़ बैटिंग और संक्षिप्त साझेदारी पर निर्भर रहना होगा। स्पिनरों को हल्की गति से खेलना चाहिए, जबकि तेज़ गेंदबाज़ों को लम्बी लाइन और लाइनर डिलीवरी देनी चाहिए। कैप्टन रॉस्टन चेज़ ने भी बताया कि उन्होंने बैटिंग क्रम में बदलाव करके आंतरिक क्रम को तेज़ करने की योजना बनाई है।
क्या इस टेस्ट में भारत को दो दिन में जीत की संभावना है?
विशेषज्ञों की राय के मुताबिक, काली मिट्टी की पिच और भारत की तेज़ पारी को देखते हुए दो‑दिन में जीत संभव है। हालाँकि, अगर वेस्ट इंडीज तेज़ स्कोर बना लेता है और विकेट नहीं खोता, तो मैच का समय अब भी पाँच दिनों तक बढ़ सकता है।
पहली टेस्ट में भारत ने कौन‑से प्रमुख आँकड़े बनाए थे?
पहली टेस्ट में भारत ने 729 कुल रन बनाए, जिसमें रोहित जैन ने 147* और शाकिब मलिक ने 107 बनाए। वेस्ट इंडीज को केवल 244 रन ही मिले, जिससे भारत को 1‑innings और 140 रनों से जीत मिली।
आगामी टेस्ट मैच में दर्शकों को क्या देखने को मिलेगा?
दर्शक अगली दो दिनों में तेज़ स्पिनिंग, तेज़ बैटिंग, और संभवतः दो‑तीन बड़ी शतक या पाँच‑पांच विकेट की रोमांचक खेल देख सकते हैं। यदि भारत ने अपना दबाव बरकरार रखा तो दो‑दिन में जीत का नाटकीय दृश्य हो सकता है, और वेस्ट इंडीज के लिए रिक्स‑मैनेजमेंट का समय आएगा।
Shruti Thar
अक्तू॰ 10, 2025 AT 23:08 अपराह्नयशस्वी जयस्वाल की पारी को देखते हुए स्पष्ट है कि काली मिट्टी ने स्पिनरों को बड़ा लाभ दिया है। उन्होंने 253 गेंदों पर 173 रन बनाए, जिसमें 23 चौके और 14 छक्के शामिल हैं। यह स्ट्राइक‑रेट 68.38 भारतीय पिच की जरूरतों के अनुकूल है। साझेदारी में शुबमन गिल के साथ 67 रन का सहयोग टीम को स्थिर आधार प्रदान किया। उनकी धीरज और टाइमिंग ने भारत को पहले दिन के अंत में बेहतरीन स्कोर दिया।