बृहत प्रदर्शन के साथ ऑस्ट्रेलिया की जीत
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच हुई महिला क्रिकेट सीरीज का दूसरा ODI मैच 8 दिसंबर, 2024 को एलन बॉर्डर फील्ड, ब्रिस्बेन में आयोजित किया गया था। यह मैच भारतीय समय के अनुसार सुबह 5:15 बजे शुरू हुआ। खेल का सीधा प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स 1 और स्टार स्पोर्ट्स 2 पर दिखाया गया, जबकि डिज्नी+ हॉटस्टार पर लाइव स्ट्रीमिंग उपलब्ध थी। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदें कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम इंडिया से काफी ज्यादा थीं, खासकर पहले मैच में हारी गई भारतीय टीम से बेहतर प्रदर्शन देखने की अपेक्षा थी।
सीरीज के पहले मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया द्वारा 100 रनों पर ऑल आउट कर पांच विकेट से हराया गया था, जिसके बाद दूसरे मैच को जीतकर संघर्ष में बने रहने की उम्मीद थी। लेकिन दूसरा ODI भी अधिक अलग नहीं रहा, जब ऑस्ट्रेलिया ने 122 रनों से धमाकेदार जीत दर्ज करते हुए सीरीज पर अपना कब्जा जमाया।
ऑस्ट्रेलिया की संतुलित टीम और भारत की चुनौती
ऑस्ट्रेलिया की कप्तान तालिया मैकग्रा के नेतृत्व में टीम ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। उनकी टीम में बेथ मूनी, जॉर्जिया वॉल, एलिस पेरी, फोएबी लिचफील्ड, एश्ले गार्डनर, अन्नाबेल सदरलैंड, एलेना किंग, सोफी मोलिनेक्स, मेगन शूट और डार्सी ब्राउन जैसी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का शामिल होना टीम के लिए फायदेमंद सिद्ध हुआ। दूसरी तरफ, भारतीय टीम ने भी पूरी तैयारी के साथ मैदान में कदम रखा था।
स्मृति मंधाना, जेमिमा रॉड्रिग्स, कप्तान हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा, रिचा घोष (विकेटकीपर), अरुंधती रेड्डी, राधा यादव, प्रिय मिश्रा, रेणुका ठाकुर सिंह, तितास साधु, सैमा ठाकोर, मिन्नू मनी, तेजल हसबनिस, उमा चेत्री, और हर्लीन देओल जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। लेकिन मैच के दौरान भारतीय बल्लेबाजों की ओर से अपेक्षित प्रदर्शन नहीं हो पाया।
एलिस पेरी और जॉर्जिया वॉल की शानदार पारियां
ऑस्ट्रेलियाई टीम की सक्सेस का बड़ा कारण एलिस पेरी और जॉर्जिया वॉल की लाजवाब पारियां रहीं, जिन्होंने शतक लगाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इन दोनों खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी में जो कुशलता दिखाई, उसने भारतीय गेंदबाजों को पूरी तरह से दबाव में ला दिया। पेरी की शक्ति और वॉल की तकनीक के समृद्ध मिश्रण ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
विभिन्न मोड़ पर, खेल का महत्वपूर्ण हिस्सा फोएबी लिचफील्ड का भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के खिलाफ लगाई गई बाउंड्री थी। वहीं सैमा ठाकोर ने भी बल्लेबाजी में थोड़ी बहुत कोशिश की, परन्तु अन्नाबेल सदरलैंड के द्वारा एश्ले गार्डनर के हाथों कैच आउट होकर उनका संघर्ष समाप्त हुआ।
महत्वपूर्ण खेल पल और निर्णायक क्षण
इस मैच में कई महत्वपूर्ण क्षण देखने को मिले। भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत में कुछ हद तक दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी क्रम की गहराई ने उन्हें जल्द ही बेअसर कर दिया। विरोधी टीम का केंद्रीय खेल खेलने का तरीका और रणनीति का आकर्षक था, जिससे वे चुनौतीपूर्ण भारतीय दबाव से बाहर निकलने में सफल रहे।
इस मैच की खास बात यह रही कि ऑस्ट्रेलिया की टीम ने हर मोड़ पर भारतीय चुनौती को चुनौती देते हुए अश्विन प्रदर्शन किया। हर गेंदबाज़ ने अपने हिस्से का योगदान दिया, विशेष रूप से एलिस पेरी और जॉर्जिया वॉल की जोड़ी ने भारतीय टीम के लिए अधिक परेशानी खड़ी की।
इस तरह से ऑस्ट्रेलिया ने 122 रनों से दूसरी जीत दर्ज करते हुए इस महत्वपूर्ण सीरीज पर अपना प्रभुत्व कायम कर लिया। इस जीत ने उन्हें भारत के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी कौशल को साबित करने का एक और मौका दिया। इस प्रकार यह मैच दोनों टीमों के लिए देखने लायक था, और क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक यादगार खेल अनुभव रहा।