सुज़ैन कॉलिंस की नई 'हंगर गेम्स' पुस्तक 2025 में आने वाली है

सुज़ैन कॉलिंस की नई 'हंगर गेम्स' पुस्तक

हंगर गेम्स श्रृंखला के प्रशंसकों के लिए एक बड़ी खबर है। मशहूर लेखिका सुज़ैन कॉलिंस एक नई पुस्तक 'सनराइज ऑन द रीपिंग' ले कर आ रही हैं। यह पुस्तक 18 मार्च 2025 को प्रकाशित होगी। यह प्रीक्वेल पुस्तक 24 साल पहले के समय की कहानी बताएगी जब पहली 'हंगर गेम्स' घटना हुई थी और यह कहानी पैनम के 50वें हंगर गेम्स के रीपिंग की सुबह पर आधारित है।

प्रीमिस और पृष्ठभूमि

'सनराइज ऑन द रीपिंग' की कहानी पैनम में सेट की गई है, जो कि एक पोस्ट-एपोकलिप्टिक भूमि है। पैनम, जो कभी नॉर्थ अमेरिका था, अब युद्ध और जलवायु परिवर्तन के कारण बर्बाद हो चुका है। इस पुस्तक में हम देखेंगे कि कैसे रीपिंग की प्रक्रिया चलती है, और कैसे 50वीं हंगर गेम्स की शुरुआत होती है।

पुस्तक की पृष्ठभूमि और उसके तत्व दर्शकों को एक गहरी और रोमांचक अनुभव प्रदान करेंगे। सुज़ैन कॉलिंस ने इस कहानी में स्कॉटिश अभियंता डेविड ह्यूम के विचारों का प्रयोग किया है, खासकर साम्राज्यवादी सबमिशन और प्रचार के शक्ति पर।

सुज़ैन कॉलिंस और हंगर गेम्स की सफलता

सुज़ैन कॉलिंस और हंगर गेम्स की सफलता

सुज़ैन कॉलिंस का नाम आज साहित्य जगत में किसी परिचय का मोहताज नहीं। 'हंगर गेम्स' श्रृंखला की सफलता ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है। उनकी किताबें 50 से अधिक भाषाओं में अनूदित हो चुकी हैं और विश्वभर में 10 करोड़ से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं।
Suzanne Collins and her new book cover

हंगर गेम्स श्रृंखला के विवरण
पुस्तक प्रकाशन वर्ष कुल बिक्री
'हंगर गेम्स' 2008 30 मिलियन प्रतियां
'कैचिंग फायर' 2009 20 मिलियन प्रतियां
'मॉकिंगजय' 2010 15 मिलियन प्रतियां
'द बल्लड ऑफ सांगबर्ड्स एंड स्नेक्स' 2020 10 मिलियन प्रतियां

फिल्म एडाप्टेशन

लायंसगेट, जो पहले भी 'हंगर गेम्स' फिल्मों का निर्माण कर चुका है, अब 'सनराइज ऑन द रीपिंग' का भी फिल्म एडाप्टेशन कर रहा है। इस फिल्म को 20 नवंबर 2026 को रिलीज़ किए जाने की योजना है। इसलिए इसे लेकर फिल्म प्रेमियों में काफी उत्सुकता है।

कॉलिंस द्वारा 2015 में श्रृंखला को अलविदा कहने के बाद, उन्होंने 2020 में 'द बल्लड ऑफ सांगबर्ड्स एंड स्नेक्स' के साथ वापसी की थी। यह इस बात का सबूत है कि उनकी कहानियों का मोह कहीं नहीं गया है और न ही गया है हंगर गेम्स के प्रति उनका जुनून।

कहानी का महत्व

कहानी का महत्व

पैनम की दुनिया में आतंक और उत्पीड़न के दौर के बीच, प्रचार और शक्ति की जंग का वर्णन इसे एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण कहानी बनाता है। सुज़ैन कॉलिंस ने डेविड ह्यूम के विचारों को कहानी के ताने-बाने में बेहद खूबसूरती से गूंथा है, जिससे यह कहानी और भी अधिक सजीव हो जाती है।

जब एक बहुत संवेदनशील और चिंतनशील दिमाग के लेखक जब तथ्यों और विचारों का संगम करते हैं, तो हमें एक प्रेरणादायक और विचारोत्तेजक कहानी मिलती है। 'सनराइज ऑन द रीपिंग' वह कथा होगी जो पाठकों को सोचने पर मजबूर करेगी कि चाहे कितनी भी बुरी परिस्थितियाँ क्यों न हों, इंसानियत और संघर्ष की भावना हमेशा बनी रहेगी।

पाठकों को इस पुस्तक से बहुत उम्मीदें हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नई कथा 'हंगर गेम्स' की विरासत को कैसे आगे बढ़ाती है। सुज़ैन कॉलिंस की अद्वितीय लेखन शैली और कहानी कहने की कला यकीनन इसे एक और महान कृति बनाएगी।

akhila jogineedi

akhila jogineedi

मैं एक पत्रकार हूँ और मेरे लेख विभिन्न प्रकार के राष्ट्रीय समाचारों पर केंद्रित होते हैं। मैं राजनीति, सामाजिक मुद्दे, और आर्थिक घटनाओं पर विशेषज्ञता रखती हूँ। मेरा मुख्य उद्देश्य जानकारीपूर्ण और सटीक समाचार प्रदान करना है। मैं जयपुर में रहती हूँ और यहाँ की घटनाओं पर भी निगाह रखती हूँ।

टिप्पणि (11)

wave
  • Ashutosh Bilange

    Ashutosh Bilange

    जून 7, 2024 AT 19:44 अपराह्न

    अरे भाई, सुज़ैन कॉलिंस ने फिर से धूम मचा दी! ये 'सनराइज ऑन द रीपिंग' तो पूरी फिल्मी ट्विस्ट वाली होगी, जैसा कि मैं पहले भी बताता रहा हूँ। 2025 में रिलीज़ होने वाली इस किताब में पैनम की कहानी इतना डिटेल में है कि पढ़ते‑ही आप खुद को द कीन में पाते हैं। मैं तो कहता हूँ, लेखन में उनके पास कोई मुकाबला नहीं, उनकी वैबसाइट मीट्रिक भी सबको पीछे छोड़ देती है। अब इससे पहले की सारी किताबें फसाद की तरह लगेंगी!
    बस इस बात का इंतजार है कि रिव्यूज़ में कौन‑सी नई बवाल होगी।

  • Kaushal Skngh

    Kaushal Skngh

    जून 16, 2024 AT 00:32 पूर्वाह्न

    सिर्फ़ खींचा‑तान किया गया है, नया ट्रेंड नहीं।

  • Harshit Gupta

    Harshit Gupta

    जून 24, 2024 AT 05:20 पूर्वाह्न

    देखो भाई, हमारे भारत में ये जंगली फैंटेसी बुक्स कितना हिट कर रही हैं, पर असल मुद्दा ये है कि अमेरिकी पॉप कल्चर को बस हमारी लिबर्टी को पिलाने का एक नया ढंग है। सुज़ैन कॉलिंस की नई किताब में भी वही वही कहानियाँ दोहरायी जा रही हैं, बस एक अलग पैनम सेटिंग में। हमें इस तरह की पश्चिमी नादानी से बचना चाहिए और अपने खुद के दायरे की कहानियों को प्रमोट करना चाहिए। नहीं तो ये फालतू से एंटरटेनमेंट हमारे विचारों को धीरे‑धीरे ढीला कर देगा।

  • HarDeep Randhawa

    HarDeep Randhawa

    जुल॰ 2, 2024 AT 10:08 पूर्वाह्न

    अरे यार, तुम तो बिल्कुल ही सही कह रहे हो!!! लेकिन याद रखो, हर कहानी में कुछ तो न कुछ नया भी होता है... देखना पड़ेगा कि इस बार 'सनराइज' में क्या फ्लेयर है!!!
    प्लॉट के साथ साथ, कॅरेक्टर डेवलपमेंट भी जोरदार होनी चाहिए!!!

  • Nivedita Shukla

    Nivedita Shukla

    जुल॰ 10, 2024 AT 14:56 अपराह्न

    सुज़ैन कॉलिंस की नई किताब 'सनराइज ऑन द रीपिंग' की घोषणा ने सभी पाठकों के दिलों में उत्साह की लहरें दौड़ा दी हैं। यह प्रीक्वेल न केवल इस फ्रैंचाइज़ के इतिहास को फिर से लिखेगी, बल्कि हमारे सामाजिक आशाओं और भय को भी नई दिशा देगी। पैनम की बर्बाद हुई धरती, जलवायु परिवर्तन और युद्ध की गाथा, हमें याद दिलाती है कि शक्ति के संघर्ष में इंसानियत कैसे धुंधली पड़ सकती है। लेखक ने डेविड ह्यूम के विचारों को सम्मिलित कर एक दार्शनिक गहराई प्रदान की है, जो अक्सर फैंटेसी में खोया हुआ दिखता है। इस किताब में 'रीपिंग' की प्रक्रिया को बहुत ही नाटकीय ढंग से दर्शाया गया है, जिससे पाठक तबाही और आशा के बीच उलझन में पड़ जाता है। जब 50वीं हंगर गेम्स की सुबह आती है, तो हर पात्र की आंतरिक टकरावें स्पष्ट रूप से उभर कर आती हैं। मेरे हिसाब से, यह कहानी हमें यह सिखाती है कि चाहे कितनी भी बुरी परिस्थितियाँ हों, मानव आत्मा में संघर्ष की भावना कभी नहीं मरती। यह विचारधारा हमारे वर्तमान समाज में भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी 24 साल पहले थी। हर पृष्ठ पर लिखा गया शब्द, एक अभिव्यक्तिपूर्ण ध्वनि की तरह गूँजता है, जो पाठक के मन में गहरा असर छोड़ता है। जब हम इस पुस्तक को पढ़ेंगे, तो हमें अपने भीतर के डर और आशाओं के साथ सामना करने की जरूरत महसूस होगी। कुछ समीक्षकों ने कहा है कि यह केवल एक और मनोरंजन का साधन है, पर मैं मानती हूँ कि इसमें गहरी दार्शनिक विचारधारा के बीज गुप्त रूप से बिए हुए हैं। पुस्तक की लेखन शैली, सुज़ैन की खासियत, सरल लेकिन प्रभावशाली, हमें आसानी से कहानी में डुबो देती है। अगर फिल्म एडाप्टेशन की बात करें तो, अगर इसे सही तरीके से किया गया, तो यह स्क्रीन पर भी उतनी ही गहरी छाप छोड़ेगी। अंत में, मैं आशा करती हूँ कि इस नई कहानी के माध्यम से, युवा पाठक अपने अंदर के नैतिक मूल्यों को पुनः खोज सकें। इसलिए, मेरे विचार में, 'सनराइज ऑन द रीपिंग' सिर्फ़ एक फैंटेसी नहीं, बल्कि मानवता की एक दर्पण है, जो हमें खुद को समझने में मदद करेगा।

  • Rahul Chavhan

    Rahul Chavhan

    जुल॰ 18, 2024 AT 19:44 अपराह्न

    बहुत बढ़िया लिखा है, कहानी में नई ऊर्जा दिखेगी।

  • Joseph Prakash

    Joseph Prakash

    जुल॰ 27, 2024 AT 00:32 पूर्वाह्न

    नया रिलीज़ के इंतजार में हूँ 😊 सुज़ैन की कलम हमेशा कुछ नया लाती है 📚

  • Arun 3D Creators

    Arun 3D Creators

    अग॰ 4, 2024 AT 05:20 पूर्वाह्न

    हाहाहा मज़ाक नहीं इंतज़ार मैं भी कर रहा हूँ
    चलो देखें कितना असली हंगर है

  • RAVINDRA HARBALA

    RAVINDRA HARBALA

    अग॰ 12, 2024 AT 10:08 पूर्वाह्न

    डेटा के आधार पर यह स्पष्ट है कि पिछले साल की सेल्स में 'सनराइज ऑन द रीपिंग' का प्री‑ऑर्डर 120% वृद्धि दिखा रहा है, जो दर्शाता है कि ब्रांड की वफादारी अद्वितीय है। हालांकि, सामग्री की गहराई में अगर टॉपिकल विविधता नहीं है तो दीर्घकालिक रिव्यूज़ में गिरावट आ सकती है। इसलिए लेखिका को चाहिए कि वह नई थीम्स को अधिक साक्ष्य‑आधारित रूप में प्रस्तुत करे।

  • Vipul Kumar

    Vipul Kumar

    अग॰ 20, 2024 AT 14:56 अपराह्न

    सही कहा, लेकिन याद रखो कि पाठकों की अपेक्षा सिर्फ आँकड़े नहीं, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव भी है। इसलिए कहानी में मानवता के पहलू को और उजागर करना फायदेमंद रहेगा।

  • Priyanka Ambardar

    Priyanka Ambardar

    अग॰ 28, 2024 AT 19:44 अपराह्न

    देश की पहचान को बचाओ, विदेशी फ़ैंटेसी को नहीं! 😠

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