आईएमडी चेतावनी: क्या है, कैसे समझें और तुरंत क्या करें

जब मौसम विभाग यानी IMD चेतावनी जारी करता है तो इसका मतलब है कि आपका इलाका असामान्य मौसम के असर में आ सकता है। अक्सर लोग अलर्ट देख कर घबरा जाते हैं या नज़रअंदाज़ कर देते हैं। यहाँ मैं सरल भाषा में बताऊँगा कि अलग-अलग अलर्ट का मतलब क्या होता है और आपको तुरंत क्या करना चाहिए।

IMD अलर्ट कैसे पढ़ें

IMD अलर्ट आमतौर पर रंग और शब्दों में आते हैं — जैसे येलो, ऑरेंज या रेड (कभी-कभी सिर्फ शब्द: हल्की/मध्यम/भारी)। येलो मतलब सतर्क रहें और अपडेट देखें। ऑरेंज मतलब तैयारी कर लें, जरूरी काम टालें। रेड मतलब तुरंत सतर्कता और सुरक्षा कदम उठाएँ। ध्यान रखें कि अलर्ट स्थानीय मौसम की गंभीरता और संभावित नुकसान पर निर्भर करता है।

अलर्ट में अक्सर बताई जाती है: बारिश/बाढ़, तेज़ हवाएँ, तूफान, लू (हीटवेव), घना कोहरा या ओलावृष्टि। हर तरह के अलर्ट पर कुछ अलग जरूरी कदम होते हैं — नीचे संक्षेप में पढ़ें।

तुरंत करने योग्य काम — घर पर और बाहर

अगर भारी बारिश/बाढ़ का अलर्ट है: बिजली के बड़े उपकरण बंद कर दें, कीमती दस्तावेज ऊंची जगह पर रखें, निचले हिस्सों में जरूरी सामान न रखें। बाढ़ के पानी से गड़बड़ी वाले इलाकों में न जाएँ। अगर पानी आने का डर हो तो ऊपर वाली मंजिल या सुरक्षित स्थान पर चले जाएँ।

अगर लू/हीटवेव की चेतावनी है: बाहर जाते समय हल्का, ढीला कपड़ा पहनें, खूब पानी पियें, मेहनत का काम दोपहर के समय टालें। बुजुर्ग और छोटे बच्चे ज्यादा संवेदनशील होते हैं — उनका ध्यान रखें। ठंडे पानी से चेहरे/गर्दन गीला करें और घर में पंखा/एसी चलाएँ अगर संभव हो।

अगर तेज़ हवाओं या तूफान का अलर्ट है: कमजोर संरचनाओं, बाग़-ठाँव, ऊँचे पेड़ों के पास न खड़े हों। बालकनी से भारी वस्तुएँ हटा दें। वाहन सुरक्षित जगह पर रखें। बाहर के बिजली के खंभों और टूटी हुई तारों के पास न जाएँ।

कोहरे की चेतावनी पर यात्रा से पहले अपडेट चेक करें — उड़ानें और ट्रेनें प्रभावित हो सकती हैं। ड्राइव करते समय धीमी गति रखें, हेडलाइट ऑन रखें और ब्रेक दूरी बढ़ाएँ।

किसानों के लिए: फसल की कटाई और बीज बोने का निर्णय स्थानीय अलर्ट देखकर लें। भारी बारिश से पहले नाली-नालियों की सफाई कर लें और नर्सरी, पौधों को ढक दें।

अंत में, भरोसेमंद अपडेट के लिए IMD की वेबसाइट और ट्विटर फॉलो करें, स्थानीय आपदा प्रबंधन विभाग की सूचनाएँ लें और मोबाइल पर मौसम अलर्ट चालू रखें। अपने पड़ोसियों और बूढ़ों को अलर्ट के बारे में सूचित करें — छोटे कदम बड़ी सुरक्षा बचाते हैं।

अगर आपको लगे कि नुकसान या जोखिम तुरंत बढ़ रहा है तो स्थानीय आपदा नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें और आवश्यक मदद माँगें। सुरक्षित रहें और मौसम अलर्ट को हल्के में न लें।

उत्तराखंड के चमोली में भारी बारिश के बाद दबे वाहन, IMD ने चेतावनी जारी की

उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बारिश से आई आपदा ने वाहन मलबे में दबा दिए और एक महिला घायल हुई। भारत मौसम विभाग ने पहले से ही इस क्षेत्र में संभावित भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की थी। प्रशासन ने बचाव दल तैनात किए और प्रभावितों की मदद की।