बीसीसीआई: भारतीय क्रिकेट का नेतृत्व, चयन और बड़े फैसले

जब भी भारत क्रिकेट में कोई बड़ा फैसला लेता है — चाहे वो कोहली को कप्तान बनाना हो या सरफराज खान को टेस्ट टीम में शामिल करना — उसके पीछे एक ही संगठन होता है: बीसीसीआई, भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड, जो देश के सभी क्रिकेट गतिविधियों को नियंत्रित करता है और अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन, खिलाड़ियों के चयन और फ्रैंचाइजी लीगों के नियम बनाता है। ये सिर्फ एक बोर्ड नहीं, बल्कि देश के लाखों क्रिकेट प्रेमियों के दिलों की धड़कन है।

बीसीसीआई के बिना भारतीय क्रिकेट की कहानी अधूरी है। इसके फैसलों ने विराट कोहली, भारत के सबसे सफल कप्तान, जिन्होंने टेस्ट और टी20 दोनों में टीम को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया को कप्तान बनाया, केएल राहुल, एक ऐसा बल्लेबाज जिसका चयन बीसीसीआई के चयन समिति द्वारा लगातार बदलता रहा, लेकिन उन्होंने अहमदाबाद में शतक बनाकर सबको चुप करा दिया को टीम में वापस लाया, और सरफराज खान, बुची बाबु टूर्नामेंट में लगातार दो शतक लगाने वाले खिलाड़ी, जिन्हें बीसीसीआई की चयन समिति अब टेस्ट टीम के लिए गंभीरता से देख रही है के लिए एक नया दरवाजा खोला। बीसीसीआई की चयन समिति अक्सर विवादों में रहती है — लेकिन जब कोई खिलाड़ी अच्छा खेलता है, तो वो उसे नजरअंदाज नहीं करता।

क्या आपने कभी सोचा कि वो वायरल वीडियो जिसमें विराट कोहली दुबई में भांगड़ा कर रहे हैं — वो सिर्फ खुशी का जश्न नहीं, बल्कि बीसीसीआई की टीम कल्चर का हिस्सा है? ये संगठन अब सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक भावना बन गया है। जब भारत-पाकिस्तान महिला टीमों के बीच टॉस पर हाथ नहीं मिला, तो बीसीसीआई ने उसकी निगरानी की। जब केएल राहुल ने 9 साल बाद अहमदाबाद में शतक लगाया, तो बीसीसीआई की टीम ने उसे नहीं भूला। और जब सरफराज खान ने बुची बाबु टूर्नामेंट में दो शतक बनाए, तो बीसीसीआई की चयन समिति ने उसे टेस्ट टीम के लिए ट्रायल का मौका दिया।

इस पेज पर आपको बीसीसीआई के साथ जुड़े हर बड़े मौके, विवाद और जीत की कहानियाँ मिलेंगी — चाहे वो कोहली का डांस हो, राहुल का शतक हो, या फिर किसी अनजान खिलाड़ी का उदय। ये सब बीसीसीआई के फैसलों की गवाही है।

अजिंक्य रहाणे ने मुंबई टीम की कप्तानी छोड़ी, अंतरराष्ट्रीय संन्यास की अटकलें तेज

अजिंक्य रहाणे ने मुंबई टीम की कप्तानी छोड़ दी, जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की अटकलें तेज हो गईं। 85 टेस्ट मैच खेल चुके वे अब भी टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं, लेकिन बीसीसीआई की योजनाओं में नहीं हैं।