भारत‑पाकिस्तान महिला वर्ल्ड कप में टॉस पर टकराव, कैप्टन ने नहीं दिया हैंडशेक

जब हार्मनप्रीत कौर, भारत की महिला क्रिकेट कप्तान, और फातिमा सना, पाकिस्तान की कप्तान ने टॉस के दौरान एक-दूसरे का हाथ नहीं माना, तो वही भारत‑पाकिस्तान टकराव की ताजगी को दिखा रहा था। यह मुकाबला 7 अक्टूबर 2025 को कोलंबो के R. Premadasa Stadium में ICC Women's World Cup 2025 के एक प्राथमिक चरण में खेला गया। मैच की शुरुआत से ही दोनो टीमों के बीच तनाव का माहौल गहरा था, और यह घटना दर्शकों और सोशल मीडिया यूज़र्स दोनों को चौंका गई।

मैच का पृष्ठभूमि और टॉस विवाद

टॉस पर विवाद तब उत्पन्न हुआ जब एक लघु वीडियो सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर वायरल हुआ, जिसमें पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना "tails" कहती दिखी, जबकि आधिकारिक स्कोरर ने "heads" की घोषणा कर पाकिस्तान को फील्ड करने का निर्णय दिया। इस तकनीकी गड़बड़ी ने भारतीय प्रशंसकों को बेताब कर दिया, पर फातिमा ने सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की। इस बीच, हार्मनप्रीत का ठंडा रवैया बयानों से साफ हो गया – "हाथ नहीं मिलाएंगे, खेल पर ध्यान देंगे"।

बेटिंग इन्गेजमेंट में तनावपूर्ण क्षण

भारत के 22वें ओवर में वह क्षण आया, जब नशरा सँधु (पहली बार उल्लेख) ने एक तेज़ गेंदें फेंकी, और हार्मनप्रीत ने तुरंत एक बाउंड्री लगा दी। गेंदबाज ने अगली गेंद पर कॉकटेल‑फ़्लास्क जैसा इशारा किया – गेंद को हाथ से फेंकते हुए हार्मनप्रीत की ओर आँखों से घूरते हुए, जिसे कई दर्शकों ने "death stare" बताया। हार्मनप्रीत ने तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दी, पर ओवर के बाद कैमरे में उनके होंठ हल्के से हिलते देखे गए। फुटेज से पता चलता है कि उन्होंने गाली‑ग्लौट से भरी आवाज़ में "भ**सदीकी आँख दिखाती है" कहा, जिससे माहौल और गरम हो गया।

उस ओवर में भारत ने 15 रन जोड़े, लेकिन तनाव का असर बाद के बैटिंग इंट्री में स्पष्ट दिखा। हार्मनप्रीत ने आगे की पारी में स्थिरता बनाए रखी, जबकि नशरा फिर भी तेजी से गेंदें चलाती रही, जिससे भारत को कई चुपके छक्के मिलने लगे।

तुच्छ कीड़े‑मकोड़े ने खेल को थिरका दिया

जैसे ही दोनों टीमों के बीच टकराव गर्म हो रहा था, एक अप्रत्याशित समस्या—कीड़े‑मकोड़े—खेल को बाधित करने लगी। पाकिस्तान की स्पिनर नशरा सँधु को कई बार मक्खियों को मारते हुए देखा गया, जबकि भारत की ओपनर हरलीन डॉल को बार-बार मैदान से बाहर जाना पड़ा। रिपोर्ट के अनुसार, इस बिचौलिए ने ओवर की औसत गति को 30 सेकंड तक घटा दिया, जिससे दर्शकों को अतिरिक्त मनोरंजन मिला, पर खिलाड़ियों के फोकस को नुकसान पहुँचा।

इतिहास में पहली बार? महिला टीमों में तनाव की गूँज

इतिहास में पहली बार? महिला टीमों में तनाव की गूँज

नशरा सँधु ने इस टॉर्नामेंट में पहले भी इतिहास लिखा था – जब उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुए "hit‑wicket" आउट हुए, तो वह पाकिस्तान की पहली महिला खिलाड़ी बनीं जिन्होंने इस दुर्लभ आउट नियम को महसूस किया, और कुल मिलाकर केवल तीन पाकिस्तानी खिलाड़ियों (मिस्बाह‑उल‑हाक, इमाम‑उल‑हाक और अब नशरा) ने इस तरह का रिकॉर्ड रखा है। इस तथ्य ने दोनों टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा को और भी तीखा बना दिया, क्योंकि यह दिखाता है कि महिलाएँ भी पुरुषों की तरह दांव पर खेलती हैं।

भले ही ICC ने इन घटनाओं पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की हो, लेकिन विशेषज्ञों ने कहा कि इस तरह की तीव्रता केवल खेल की भावना को नहीं, बल्कि दो देशों के बीच झलकते राजनैतिक तनाव को भी प्रतिबिंबित करती है।

भविष्य की दिशा और संभावित प्रभाव

इस मैच के बाद दोनों टीमों के मैनेजर्स ने घोषणा की कि आगे के मैचों में खेल भावना को प्राथमिकता दी जाएगी, और किसी भी प्रकार की बर्बरता पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। BCCI और PCB दोनों ने संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें महिला खिलाड़ियों के लिए एक नई कोड‑ऑफ मोडरेशन का प्रस्ताव रखा गया।

दूसरी ओर, इस टकराव ने दर्शकों को एक स्पष्ट संदेश दिया – भारत‑पाकिस्तान के खेल में अब केवल पुरुषों का ही नहीं, बल्कि महिलाओं का भी दावेदारी है। यह युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा बन सकता है और दोनों देशों में महिला क्रिकेट की लोकप्रियता को बढ़ा सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मैच में टॉस विवाद के कारण क्या थे?

टॉस पर विवाद वीडियो में दिखाए गए ध्वनि संकेत में त्रुटि के कारण हुआ। पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना ने "tails" कहा, पर आधिकारिक स्कोरर ने "heads" की घोषणा कर पाकिस्तान को फील्ड करने दिया। इस गड़बड़ी ने दोनों टीमों के बीच पहले से बढ़े तनाव को और तीखा कर दिया।

हाथ न मिलाने का फैसला किसने किया?

हाथ न मिलाने का फैसला भारत की कप्तान हार्मनप्रीत कौर ने किया, जो टॉस के बाद सार्वजनिक रूप से कहा कि वह खेल पर फोकस करेंगी, न कि शिष्टाचार पर। फातिमा सना ने भी इसी तरह प्रतिक्रिया नहीं दी, जिससे स्थिति स्थिर बनी रही।

नशरा सँधु की "death stare" के पीछे क्या कारण था?

हैंड्स‑ऑफ़ के बाद हार्मनप्रीत ने संधु की गेंद से बाउंड्री लगाई, जिससे संधु ने उकसा कर गेंद को फेंकने का इशारा किया। यह इशारा अक्सर खेल में मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, और इस बार यह बहुत स्पष्ट था कि वह भारतीय कैप्टन को चौंकाना चाहती थीं।

कीड़े‑मकोड़े की समस्या का खेल पर क्या असर पड़ा?

मैच के कई ओवर में मक्खियों के कारण गेंदबाज़ों को सतत स्वाइप करना पड़ा, जिससे वे अपने रिदम से बाहर हो गए। भारतीय ओपनर हरलीन डॉल को दो बार मैदान छोड़ना पड़ा, जबकि पाकिस्तान की संधु को लगातार कीड़ों को मारते देखना पड़ा, जिससे गति में देरी और दोनो टीमों की एकाग्रता में गिरावट आई।

भविष्य में इस तरह के टकराव को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

ICC, BCCI और PCB ने मिलकर एक कोड‑ऑफ प्रेसेन्टेशन तैयार किया है, जिसमें खिलाड़ियों को अभिव्यक्ति की सीमा, फील्ड पर शिष्टाचार और अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया स्पष्ट की गई है। साथ ही, भविष्य में अधिक कड़ी सुरक्षा और मनोवैज्ञानिक काउंसिलिंग की व्यवस्था भी की जाएगी।

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akhila jogineedi

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मैं एक पत्रकार हूँ और मेरे लेख विभिन्न प्रकार के राष्ट्रीय समाचारों पर केंद्रित होते हैं। मैं राजनीति, सामाजिक मुद्दे, और आर्थिक घटनाओं पर विशेषज्ञता रखती हूँ। मेरा मुख्य उद्देश्य जानकारीपूर्ण और सटीक समाचार प्रदान करना है। मैं जयपुर में रहती हूँ और यहाँ की घटनाओं पर भी निगाह रखती हूँ।

टिप्पणि (1)

wave
  • Harsh Kumar

    Harsh Kumar

    अक्तू॰ 7, 2025 AT 04:20 पूर्वाह्न

    हमें खेल पर पूरी तरह फोकस करना चाहिए, चाहे टॉस में कितना भी विवाद हो। हर खिलाड़ी का मुख्य काम रन बनाना है, न कि शिष्टाचार पर चर्चा। दर्शकों को भी यही संदेश देना चाहिए कि क्रिकेट का असली मज़ा खेल में है। 🙌

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