फ़ैज़ हमीद की गिरफ्तारी: पाकिस्तान की राजनीति में एक नया मोड़
पूर्व आईएसआई चीफ फ़ैज़ हमीद को गिरफ्तार कर लिया गया है और वह अब कोर्ट-मार्शल की प्रक्रिया का सामना कर रहे हैं। यह गिरफ्तारी पाकिस्तान की राजनीति और सेना के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी पूर्व आईएसआई प्रमुख के खिलाफ कोर्ट-मार्शल कार्रवाई हो रही है। यह मामला एक हाउसिंग स्कीम घोटाले से जुड़ा है, जिसमें फ़ैज़ हमीद और उनके भाई पर आरोप है कि उन्होंने निजी फायदे के लिए इस योजना के मालिक को बंधक बनाकर उस पर कब्जा करने की कोशिश की थी।
घोटाले की गहराई: कैसे हुआ पर्दाफाश?
यह हाउसिंग स्कीम घोटाला पहली बार 2017 में सामने आया था। इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब नवंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने इस स्कीम के मालिक को निर्देश दिया था कि वह संबंधित अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाए। इसके बाद एक जांच समिति का गठन किया गया, जिसने इस मामले की गहराई से जांच की और मार्च 2024 में फ़ैज़ हमीद के भाई नजफ हमीद को 14 दिनों के लिए अडियाला जेल में भेज दिया गया।
फ़ैज़ हमीद ने आईएसआई प्रमुख के रूप में अपनी सेवा जून 2019 से अक्टूबर 2021 तक दी थी। उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें इमरान खान की सरकार का पूरा समर्थन प्राप्त था। यही नहीं, इमरान खान ने ही उन्हें इस पद पर नियुक्त किया था। लेकिन अब उन पर लगे आरोपों ने पाकिस्तान की राजनीति में भूचाल ला दिया है।
सेना की नई दिशा: भ्रष्टाचार पर चोट
फ़ैज़ हमीद की गिरफ्तारी को पाकिस्तान सेना द्वारा भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप पर नकेल कसने के रूप में देखा जा रहा है। इस कार्रवाई का उद्देश्य सेना और राजनीतिक तंत्र के बीच सद्भाव स्थापित करना और सेना की प्रतिष्ठा को बनाए रखना है। इसके तहत पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत कोर्ट-मार्शल की प्रक्रिया चलाई जा रही है, जो किसी भी सैन्य कर्मी को सेवा निवृत्त होने के दो साल बाद तक राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने से प्रतिबंधित करता है।
फ़ैज़ हमीद ने नवंबर 2022 में शीघ्र सेवा निवृत्ति का विकल्प चुना था, और इससे उनकी गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो गया। यह गिरफ्तारी स्पष्ट रूप से संकेत देती है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना प्रशासन भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहा है।
पृष्ठभूमि और राजनीतिक घटनाक्रम:
फ़ैज़ हमीद की गिरफ्तारी को इमरान खान के करीबी सहयोगियों पर किए जा रहे हमलों के एक हिस्से के रूप में देखा जा रहा है। इमरान खान के शासनकाल के दौरान, फ़ैज़ हमीद को आईएसआई प्रमुख के पद पर नियुक्त किया गया था। लेकिन अब वही सहयोगी गिरफ्तारी के दायरे में आ गए हैं, जो इमरान खान की गिरती राजनीतिक साख और सरकार की सा
धानी की कार्यवाही का संकेत दे रहा है।
हाउसिंग स्कीम घोटाले के प्रमुख बिंदु
1. इस घोटाले का नाटक 2017 में शुरू हुआ, जब इस हाउसिंग योजना में भ्रष्टाचार के आरोप लगे।
2. नवंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने इस योजना के मालिक को न्याय की गुहार लगाने का निर्देश दिया।
3. जांच समिति ने मार्च 2024 में फ़ैज़ हमीद के भाई नजफ हमीद को गिरफ्तार किया।
4. अगस्त 2024 में फ़ैज़ हमीद को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ कोर्ट-मार्शल कार्रवाई शुरू हुई।
सेना और सरकार के बीच तालमेल
फ़ैज़ हमीद की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि सेना और सरकार मिलकर देश में भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप को समाप्त करने की दिशा में एकीकृत प्रयास कर रहे हैं। इससे सेना की साख बढ़ेगी और आम जनता में सरकार के प्रति भरोसा मजबूत होगा।
आगे की राह
फ़ैज़ हमीद की गिरफ्तारी और कोर्ट-मार्शल की प्रक्रिया से यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं। इससे न केवल सेना की साख बढ़ेगी, बल्कि राजनीतिक तंत्र में भी पारदर्शिता आएगी।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में आगे की कार्रवाई कैसी रहेगी और कोर्ट-मार्शल की प्रक्रिया में क्या नतीजे निकलते हैं।
मुख्य घटनाएं | तिथियां |
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घोटाले का खुलासा | 2017 |
सुप्रीम कोर्ट का निर्देश | नवंबर 2023 |
नजफ हमीद की गिरफ्तारी | मार्च 2024 |
फ़ैज़ हमीद की गिरफ्तारी | अगस्त 2024 |